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   Jharkhand Board Class 7TH  Hindi Notes | चाहता हूँ  

  JAC Board Solution For Class 7TH  Hindi Chapter 1


पाठ का सारांश : प्रस्तुत कविता देश भक्ति की भावना से ओत-प्रोत
है। इस कविता में कवि ने अपना सर्वस्व मातृभूमि को समर्पित कर दिया है।
इसके बाद भी उसे लगता है कि मातृ ऋण से उऋण नहीं हो सकता है।
इसलिए वह अपने देश की धरती को कुछ और समर्पित करना चाहता है।
प्रस्तुत कविता आजादी की लड़ाई के समय की है। उस समय की रचनाओं
में सर्वस्व यहाँ तक जान कुर्बान कर भी आजादी प्राप्त करने की प्रेरणा दी
जाती थी। उसी तरह की यह एक कविता है।
           कवि परिचय : रामावतार शास्त्री का जन्म 17 मार्च, 1925 ई० को
मुरादाबाद (उ० प्र०) में हुआ था। इन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नाकोत्तर
की पढ़ाई की। नया खून, आठवाँ स्वर, गीत सप्तक-इक्कीस गीत आदि
काव्य, राम झरोखा और समाधान (उपन्यास) इनकी प्रमुख रचनाएँ हैं।

                                       अभ्यास प्रश्न
□ पाठ से:
1. हमारे ऊपर अपनी मातृभूमि का क्या-क्या ऋण हो सकता है ?
उत्तर―मातृभूमि का हमारे ऊपर काफी ऋण है। हम इस धरती पर जन्म
लेते हैं। धरती पर ही निवास करते हैं। जीवन जीते हैं। यहीं का अन्न, जल,
प्रकाश वायु ग्रहण करते हैं। हमारी साँसे इसी धरती की दी हुई धरोहर है।
और अंततः हम मृत्यु को प्राप्त कर इसी धरती में विलीन हो जाते हैं।

2. कवि अपनी मातृभूमि को अपना सब कुछ समर्पित क्यों करना
चाहता है?
उत्तर―कवि को लगता है कि मातृभूमि का उसपर काफी ऋण है।
इसलिए वह अपना सर्वस्व न्योक्षावर कर उस ऋण से मुक्त होना चाहता है।
इस ऋण के एवज में वह अपना माथा मातृभूमि के चरणों में समर्पित कर
देना चाहता है।

3. 'थाल में लाऊँ सजाकर भाल जब भी' पंक्ति में निहित भाव को
स्पष्ट कीजिए।
उत्तर―इस पंक्ति में समर्पण का भाव निहित है। कवि मातृभूमि को कहता
है कि माँ तुम्हारा मेरे ऊपर बहुत प्रकार के ऋण हैं। इसलिए निवेदन कर रहा
हूँ कि अपना माथा थाली में सजाकर लाऊँ एवं आप इसे दयापूर्वक स्वीकार
कर लें यह मेरा आपके प्रति सच्ची श्रद्धा एवं सच्चा समर्पण है।

4. कविता में युद्ध में जाने से पूर्व किस तरह की तैयारी की बात
की गई है?
उत्तर― कविता में युद्ध में जाने से पूर्व कवि अपने मोह के बंधन से मुक्त
होना चाहता है। वह दायें हाथ में तलवार एवं बायें हाथ में राष्ट्र ध्वज लेकर
रणभूमि में कूच कर जाना चाहता है।

5. कविता में अपने गाँव-घर से क्षमा याचना की बात क्यों की गई
उत्तर― कविता में कवि को ऐसा लगता है कि गाँव, घर आदि माया-मोह
के बंधन हैं। इस बंधन से जब तक आदमी मुक्त नहीं होगा मातृभूमि की सुरक्षा
की लड़ाई में बलिदान नहीं दे सकता। अत: वह अपने गाँव-घर से क्षमा याचना
कर तलवार लेकर एवं ध्वजा धारण कर आजादी की लड़ाई में शहीद होने
जा रहा है।

□ पाठ से आगे:
1. सैनिक सीमा की सुरक्षा करते हुए देश के हित में कार्य करते हैं।
हम भी अपनी-अपनी जगह से देश के हित के लिए अनेक कार्य कर
सकते हैं। सोच कर लिखिए कि अपने देश की भलाई के लिए हम
क्या-क्या कर सकते हैं?
उत्तर― (i) सर्वत्र शान्ति स्थापना में सहयोग करेंगे।
(ii) देश की प्रगति हेतु कड़ी मिहनत करेंगे।
(iii) स्वरोजगार द्वारा बेकारी पर नियंत्रण प्राप्त करेंगे।
(iv) पर्यावरण प्रदूषण रोकने के लिए आस-पड़ोस को जागरूक करेंगे।
(v) साफ-सफाई हेतु जागरूकता फैलाएँगे।

2. हमारे देश की सीमाओं की रक्षा करने वाले वीर सैनिक अपना
सब कुछ समर्पित करने के लिए सदा तत्पर रहते हैं। एक भारतीय सैनिक
की दिनचर्या के बारे में पता कर लिखें।
उत्तर―स्वयं करें।

                                                 ★★★

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