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    Jharkhand Board Class 6TH Sanskrit Notes | करमा तु प्रकृतिपूजा  

     JAC Board Solution For Class 6TH Hindi Chapter 10


                                   पाठ का हिन्दी अनुवाद

पाठः― (अंशः आकांक्षा च प्रात:काले उद्याने भ्रमतः तथा परस्परं वार्तालापं
कुरुतः)
अर्थ― (अंश और आकांक्षा सुबह उद्यान में घूमते हैं तथा आपस में
बातचीत करते हैं।)

पाठः― अंशः– आकांक्षा किम् अद्य विद्यालयं न गमिष्यसि ?
अर्थ― अंश– आकांक्षा! क्या आज विद्यालय नहीं जाओगी?

पाठः― आकांक्षा – न, अद्य विद्यालये तु अवकाशः अस्ति।
अर्थ― आकांक्षा– नहीं, आज विद्यालय में तो छुट्टी है।

पाठः― अंश:– अवकाशः किमर्थम् ?
अर्थ― अंश– छुट्टी किसलिए है ?

पाठः― आकांक्षा– किं त्वं न जानासि? अद्य करमापर्व अस्ति ।
अर्थ― आकांक्षा– क्या तुम नहीं जानते हो ? आज करमापर्व है।

पाठः― अंश:– अस्य पर्वस्य विषये तु अहं जानामि परं सविस्तरं न ।
अर्थ― अंश– इस पर्व के बारे में, तो मैं जानता हूँ पर विस्तार से नहीं।

पाठ:― आकांक्षा – अयं झारखण्ड प्रदेशस्य मुख्य पर्व अस्ति ।
अर्थ― आकांक्षा – यह झारखण्ड प्रदेश का मुख्य पर्व है।

पाठः― अंश:– एतत् पर्व कदा भवति ?
अर्थ― अंश– यह पर्व कब होता है?

पाठ:― आकांक्षा – प्रतिवर्ष भाद्रपदमासे शुक्लपक्षस्य एकादशीतिथौ करमापर्व
भवति।
अर्थ― आकांक्षा – प्रतिवर्ष भादो महीने में शुल्कपक्ष के एकादशी तिथि
को करमा पर्व होता है।

पाठः― अंश– अस्मिन् पर्वणि किं किं भवति?
अर्थ― अंश– इस पर्व में क्या-क्या होता है।

पाठः― आकांक्षा – अस्मिन् दिने युवतयः निर्जलम् उपवासं कुर्वन्ति।
करमवृक्षस्य शाखाम् अखरायां रोपणं कुर्वन्ति।
अर्थ― आकांक्षा– इस दिन युवतियाँ बिना जल के उपवास करती हैं।
करम पेड़ की शाखा को अखरा में रोपती हैं।

पाठः― अंश:– अखरा किं भवति?
अर्थ― अंश:– अखरा क्या होता है?

पाठ:― आकांक्षा – पुष्पाच्छादितं मण्डपसदृशं एक पवित्रं स्थानं अखरा
इति।
अर्थ― आकांक्षा – फूलों से ढका हुआ मण्डप की तरह एक पवित्र स्थान
अखरा होता है।

पाठः― अंश– तत्र जनाः किं कुर्वन्ति ?
अर्थ― अंश– वहाँ लोग क्या करते हैं?

पाठः― आकांक्षा – सर्वप्रथमं युवतयः अखरायां करमवृक्षस्य पूजां कुर्वन्ति,
रात्रिपर्यन्तं समूहे नृत्यन्ति गीतानि गायन्ति च। सर्वे जनाः आनन्दमग्नाः
भवन्ति। अग्रिमे दिने करमशाखायाः विसर्जनं नद्यां तडागे वा कुर्वन्ति।
      अर्थ― आकांक्षा – सबसे पहले तो युवतियों अखरा में करम वृक्ष की पूजा
करती हैं, रातभर समूह में नाचती और गीत गाती हैं। सभी लोग
आनन्दमग्न होते हैं। अगले दिन करम शाखा का विसर्जन नदी
या तालाब में करते हैं।

पाठः― अंशः – आकांक्षे। किं त्वम् अपि करमापूजां करोषि ?
अर्थ― अंश– आकांक्षा! क्या तुम भी करमा की पूजा करती हो?

पाठः― आकांक्षा – आम्, अहम् अपि करमापूजां करोमि। रस्तुतः इयं
प्रकृतिपूजा अस्ति। वयं सर्वे प्रकृतेः संरक्षणं कुर्याम'
    अर्थ― आकांक्षा – हाँ, मैं भी करमा की पूजा करती हूँ । वास्तव में यह
प्रकृति की पूजा है। हम सभी को प्रकृति की रक्षा करनी चाहिए।

पाठः― अंश:– आकांक्षे। धन्यवादाः। त्वं धन्या असि।
अर्थ― अंश – आकांक्षा! धन्यवाद! तुम धन्य हो।

पाठ:― आकांक्षा – धन्यवादः । (उभौ स्वगृहं प्रति गच्छत:)
अर्थ― आकांक्षा– धन्यवाद
             (दोनों अपने-अपने घर की ओर जाते हैं।)

                               अभ्यासः

प्रश्न संख्या 1 शब्दार्थ है।
2. निम्नलिखितानां प्रश्नानाम् उतराणि लिखत―
(क) को प्रात:काले उद्याने भ्रमतः ?
(ख) अद्य किम् अस्ति?
(ग) करमा कस्य मुख्यं पर्व अस्ति?
(घ) इदं पर्व कदा भवति?
(ङ) के आनन्दमग्नाः भवन्ति ?
(च) अखरा किं भवति?
उत्तर― (क) अंश, आकांक्षा च प्रातः काले उद्याने भ्रमतः ।
(ख) अद्यं करमापर्व अस्ति।
(ग) करमा झारखण्ड प्रदेशस्य मुख्य पर्व अस्ति।
इदं पर्व प्रतिवर्ष भाद्रमासे शुक्लपक्षस्य एकादशी तिथौ
भवति।
(ङ) 'सर्वेजनाः आनन्दमग्नाः भवन्ति।
(च) अखरा पुष्पाच्छादितं मण्डपसदृशं एकः पवित्रं स्थानं भवति।

3. कोष्ठकात् उचितं पदं चित्वा रिक्तस्थानानि पूरयत―
(क) तत्र ................... किं कुर्वन्ति ?    (जनाः जनः)
(ख) सर्वे जनाः .............. भवन्ति।    (आनन्दमग्नाः/आनन्दमग्नम्)
(ग) ...................... प्रकृतेः संरक्षणं कुर्याम।     (वयम्/अहम्)
(घ) अस्य ................... विषये तु अहं जानामि।।  (पर्वस्य/पर्वतेषु)
(ङ) प्रात:काले .................... भ्रमतः। (उद्याने/उद्यानस्य)
उत्तर― (क) जनाः
(ख) आनन्दमग्नाः
(ग) वयम्
(घ) पर्वस्य
(ङ) उद्याने

4. यथायोग्यं योजयत―
निर्जलम्                   दिने
पवित्रं                      जनाः
सर्वे                        उपवासं
अग्रिमे                     पर्व
मुख्यं                      स्नानं
उत्तर― निर्जलम्       उपवासं
पवित्रं                      स्थानं
सर्वे                         जनाः
अग्रिमे                     दिने
मुख्यं                       पर्व

5. निम्नलिखितेभ्यः पदेभ्यः भिन्नजातीयं पदं चिनुत―
(क) संरक्षणं,     विद्यालयं,      भवनं,    गृहं   ............
(ख) वर्षम्, दिनम्, मासम्, रोपणं          ..................
(ग) मम, अहं, तव, अद्य                      ..................
(घ) नद्याम्, तडागे, समुद्रे, समूहे           ...................
(ङ) गजः, भल्लूकः,व्याघ्रः मयूरः         ...................
उत्तर― (क) संरक्षणं
(ख) रोपणं
(ग) अद्य
(घ) समूहे
(ङ) मयूरः

6. अधोलिखितानि पदानि आधृत्य सार्थकानि वाक्यानि रचयत―
यथा― वानराः            वनेषु               तरन्ति
           सिंहाः            वृक्षेषु              नृत्यन्ति
           मयूराः            जले              उत्पतन्ति
          मत्स्याः          आकाशे            गर्जन्ति
           खगाः            उद्याने              कूर्दन्ति
उत्तर― वानराः            वृक्षेषु             कूर्दन्ति ।
            सिंहाः            वनेषु             गर्जन्ति ।
            मयूराः           उद्याने            नृत्यन्ति ।
           मत्स्याः            जले               तरन्ति ।
           खगाः            आकाशे        उत्पतन्ति ।

7. मञ्जूषातः उचितम् अव्ययपदं चित्वा रिक्तस्थानं पूरयत―
कदा         अद्य       अपि        परम्        तत्र
(क) ................. विद्यालये तु अवकाशः अस्ति ।
(ख) इदं पर्व .................... भवति?
(ग) ....................... जनाः किं कुर्वन्ति ।
(घ) त्वम् .......................करमापूजां करोषि?
(ङ) ...................विस्तरेण न ।
उत्तर― (क) अद्य
(ख) कदा
(ग) तत्र
(घ) अपि
(ङ) परम्

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