Jharkhand Board Class 6TH Civics Notes | हमारा संविधान
JAC Board Solution For Class 6TH (Social Science) Civics Chapter 4
1. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए―
(i) भारत का संविधान ...............है जबकि ब्रिटेन का
संविधान ................ है।
(ii) संविधान की .................. संविधान का सारांश है।
(iii) भारत का संविधान ................के द्वारा बनाया गया है।
(iv) राष्ट्रपति की सहायता के लिए एक ...............है,
जिसके वे अध्यक्ष होते हैं।
उत्तर― (i) लिखित, परम्पराओं पर आधारित, (ii) प्रस्तावना,
(iii) डॉ० भीमराव अम्बेदकर (iv) मंत्रिपरिषद् ।
2. मिलान कीजिए―
खण्ड-अ खण्ड-ब
(क) संविधान सभा के स्थायी (i) जयपाल सिंह
अध्यक्ष
(ख) प्रारूप समिति के अध्यक्ष (ii) जवाहर लाल नेहरू
(ग) प्रथम प्रधानमंत्री (iii) डॉ राजेन्द्र प्रसाद
(घ) मरांगा गोमके (iv) डॉ. भीमराव अम्बेदकर
(v) सरदार वल्लभ भाई पटेल
उत्तर― (क)- (iii), (ख) - (iv), (ग)- (ii), (घ)-(i).
3. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए―
(i) भारतीय संविधान की प्रस्तावना क्या बताती है?
उत्तर― आप प्रतिदिन विद्यालय में प्रार्थना सभा में भारतीय संविधान
की प्रस्तावना को बोलते हैं। वास्तव में संविधान की प्रस्तावना हमारे
संविधान का सारांश है। यह हमारे संविधान का आईना है, जिसे कोई भी
पढ़कर इसके बारे में संक्षेप में आसानी से जानकारी प्राप्त कर सकता है।
इसे, संविधान की आत्मा, कहा जाता है। वास्तव में संविधान की प्रस्तावना
उन मानव मूल्यों को उजागर करती है, जो देश की एकता एवं अखंडता
के लिए अनिवार्य है। यह ऐसे देश के निर्माण की बात करती है, जहाँ का
हर नागरिक समान हो एवं हर व्यक्ति की गरिमा, प्रतिष्ठा सुनिश्चित हो
सके।
(ii) संविधान सभा के अस्थायी अध्यक्ष कौन थे?
उत्तर― डॉ. सच्चिदानंद सिन्हा
(iii) आजादी के बाद भारत में एक संविधान की आवश्यकता
क्यों महसूस की गई?
उत्तर― हमारा देश 15 अगस्त 1947 को आजाद हुआ वर्षों की
गुलामी के बाद आजाद भारत की शासन-व्यवस्था को सुचारू रूप से
चलाने के लिए यह जरूरी था कि देश के सभी नागरिकों द्वारा स्वीकृत
संविधान हो।
(iv) संविधान किसे कहते हैं?
उत्तर― आधुनिक देशों में यह सहमति आमतौर पर लिखित रूप
में पाई जाती है। जिस दस्तावेज में हमे ऐसे नियम मिलते हैं उसे संविधान
कहा जाता है।
(v) जयपाल सिंह मुंडा कौन थे?
उत्तर― जयपाल सिंह मुंडा वर्तमान बूंटी जिले के टकरा गाँव के
निवासी थे। वे एक आदिवासी नेता. प्रसिद्ध हॉकी खिलाड़ी थे। उनके नेतृत्व
में 1928 के एम्सटर्डम ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम ने स्वर्ण पदक जीता
था। वे एक अच्छे राजनीतिज्ञ भी थे। 1939 में उन्होंने आदिवासी महासभा
का गठन किया एवं उसके अध्यक्ष बने। संविधान सभा का सदस्य बनने का
गौरव भी उन्हें प्राप्त हुआ। संविधान सभा के सदस्य के रूप में उन्होंने
आदिवासियों से संबंधित मुद्दों को जोरदार तरीके से उठाया। 1950 में
उन्होंने अखण्ड पार्टी का गठन किया। उन्हें प्यार से मारंग गोमके कहा
जाता है।
4. किसी भी देश को संविधान की आवश्यकता क्यों होती है?
उत्तर― आज दुनिया के प्रायः सभी देशों के पास संविधान है। किसी
देश का संविधान उन आदर्शों का सूचीबद्ध रूप होता है, जिनके आधार
पर नागरिकों की इच्छाओं और सपनों को साकार किया जा सकता है।
भारत जैसे विविधताओं वाले देश के शांतिपूर्ण शासन संचालन तथा विकास
के लिए निश्चित नियम कानून का होना अत्यंत आवश्यक है। ये नियम
कानून देश के संविधान में वर्णित रहते हैं। बहुसंख्यकों की निरंकुशता या
दबदबे पर प्रतिबंध लगाना भी संविधान का महत्वपूर्ण कार्य है।
संविधान ही किसी देश की राजनीतिक व्यवस्था को तय करता है।
यानी यह बताता है कि देश की राजनीतिक व्यवस्था कैसी होनी चाहिए।
5. भारतीय संविधान का निर्माण किस प्रकार हुआ? चर्चा कीजिए।
उत्तर― हमारा देश 15 अगस्त 1947 को आजाद हुआ। वर्षों की
गुलामी के बाद आजाद भारत की शासन-व्यवस्था को सुचारू रूप से
चलाने के लिए यह जरूरी था कि देश के सभी नागरिकों द्वारा स्वीकृत एक
संविधान हो। हमारे देश के संविधान के निर्माण की शुरूआत आजादी की
लड़ाई के साथ ही शुरू हो गई थी। कैबिनेट मिशन योजना के अनुसार
1946 में संविधान सभा के चुनाव हुए। निर्वाचन के लिए निम्न तथ्यों का
ध्यान रखा गया―
(i) प्रत्येक 10 लाख की जनसंख्या पर एक प्रतिनिधि हो।
(ii) निर्वाचन में वयस्क मताधिकार के सिद्धांत को मान्यता नहीं दी
गयी, वरन् प्रांतीय विधानमंडलों को ही संविधान-सभा के सदस्यों के
निर्वाचन का अधिकार दिया गया।
संविधान का प्रथम अधिवेशन 9 दिसम्बर 1946 को संसद भवन के
केन्द्रीय कक्ष में आरंभ हुआ। 11 दिसम्बर 1946 को डॉ. राजेन्द्र प्रसाद संविधान
सभा के स्थायी अध्यक्ष निर्वाचित हुए।
संविधान सभा द्वारा कुछ समितियों का गठन किया गया था। 29
अगस्त 1947 को संविधान सभा के प्रारूप समिति की नियुक्ति की। डॉ
अम्बेदकर इस समिति के अध्यक्ष बने। प्रारूप समिति के अध्यक्ष के रूप
में संविधान निर्माण में डॉ. अम्बेडकर की महत्वपूर्ण भूमिका रही। इसी
कारण इन्हें भारतीय संविधान का जनक कहा जाता है। भारतीय संविधान
26 नवंबर 1949 को स्वीकृत किया गया तथा 26 जनवरी 1950 को पूरे भारत
में लागू हुआ। सम्पूर्ण संविधान के निर्माण में 2 वर्ष 11 महीने और 18 दिन
का समय लगा।
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