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   Jharkhand Board Class 10  Chemistry  Notes | अम्ल, क्षारक एवं लवण  

JAC Board Solution For Class 10TH (Science) Chemistry Chapter 2


1. बताइए धोबन सोडा का जलीय विलयन अम्लीय है अथवा क्षारीय ।
                                                                     [JAC 2009(A)]
उत्तर : क्षारीय

2. CaOCl₂ यौगिक का प्रचलित नाम क्या है? [JAC 2010 (S), 2011(A)]
उत्तर : विरंजक चूर्ण।

3. संतरा में कौन-सा अम्ल पाया जाता है?
उत्तर : साइट्रिक अम्ल

4. उदासीन विलयन का pH मान क्या है?                [JAC 2015(A)]
उत्तर: 7

5. कठोर जल को मृदु बनाने में किस सोडियम यौगिक का उपयोग किया
जाता है?                                                           [JAC 2017(A)]
उत्तर : सोडियम कार्बोनेट (Na₂CO₃ .10H₂O)

6. CaSO₄. 1/2 H₂O का सामान्य नाम क्या है?      [JAC 2012 (A)]
उत्तर : प्लास्टर ऑफ पेरिस।

7. साधारण नमक का रासायनिक नाम एवं सूत्र लिखें। [JAC 2013 (A)]
उत्तर : सोडियम क्लोराइड, NaCl

8. विरंजक चूर्ण का रासायनिक नाम एवं सूत्र लिखें।    [JAC 2009 (S),2016 (A)
उत्तर : कैल्सियम ऑक्सीक्लोराइड, CaOCl₂

9. धोवन सोडा का रासायनिक नाम एवं सूत्र लिखें।
उत्तर : सोडियम कार्बोनट डेकाहाइड्रेट, Na₂CO₃ .10H₂O

10. चींटी के डंक में कौन-सा अम्ल पाया जाता है?
उत्तर : मेथेनॉइक अम्ल

11. जब अम्ल को जल में विलेय किया जाता है तो किस प्रकार के आयन
बनते हैं?
उत्तर : हाइड्रोजन आयन (H⁺)

12. जब क्षार को जल में विलेय किया जाता है तो किस प्रकार के आयन
बनते हैं?
उत्तर : हाइड्रोक्सिल अम्ल (OH⁻ )

13. pH स्केल किसे कहते हैं?
उत्तर : किसी विलयन में उपस्थित हाइड्रोजन आयन की सांद्रता ज्ञात
करने वाले स्केल को pH स्केल कहते हैं।

14. दो विलयनों A तथा B के pH मान क्रमश: 5 तथा 8 हैं। इनमें से कौन-
सा विलयन क्षारकीय प्रकृति का होगा?
उत्तर : विलयन 'B' जिसका pH मान 8 हैं, वह क्षारकयी प्रकृति का
विलयन है।

15. कोई विलयन लाल लिटमस पत्र को नीला कर देता है, इसका pH मान
कितना होगा?
उत्तर : विलयन क्षारीय होग तथा इसका pH मान 7 से अधिक होगा।

16. pH स्केल का परास क्या होता है?
उत्तर: 0–14

17. किस pH परास में हमारा शरीर कार्य करता है?
उत्तर : 7–7.8

18. पेट (उदर) में किस अम्ल का निर्माण होता है?
उत्तर : HCI

19. बेकिंग सोडा का रासायनिक नाम एवं सूत्र लिखें।
उत्तर : सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट, NaHCO₃

20. प्लास्टर ऑफ पेरिस का रासायनिक नाम एवं सूत्र लिखें।
उत्तर : कैल्सियम सल्फेट अर्द्धहाइड्रेट, CaSO₄ . 1/2 H₂O

21. जिप्सम का रासायनिक नाम एवं सूत्र लिखें।
उत्तर : कैल्सियम सल्फेट डाइहाइड्रेट, CaSO₄ . 2H₂O

22. धोनेवाला सोडा का अणुसूत्र लिखें।
उत्तर : Na₂CO₃ . 10H₂O,

23. अम्लीय विलयन का pH मान क्या होता है?
उत्तर : अम्लीय विलयन का pH मान 7 से कम होता है।

24. क्षारीय विलयन का pH मान क्या होता है?
उत्तर : क्षारीय विलयन का pH मान 7 से अधिक होता है।

25. उदासीन विलयन (या जल) का pH मान क्या होता है?
उत्तर : उदासीन विलयन (या जल) का pH मान 7 होता है।

26. पेरिस प्लास्टर का रासायनिक नाम लिखें।
उत्तर : कैल्सियम सल्फेट अर्धहाइड्रेट (hemihydrate) है।

27. पेरिस प्लास्टर का आणविक सूत्र लिखें।
उत्तर : पेरिस प्लास्टर का आणविक सूत्र (CaSO₄)2 . H₂O है।

28. चींटी के डंक में कौन-सा अम्ल पाया जाता है?
उत्तर : फॉर्मिक अम्ल।

29. इमली में कौन-सा अम्ल पाया जाता है?
उत्तर : टार्टरिक अम्ल।

30. टमाटर में कौन-सा अम्ल पाया जाता है?
उत्तर : ऑक्जैलिक अम्ल।

31. दही में कौन-सा अम्ल पाया जाता है?
उत्तर : लैक्टिक अम्ल।

32. सिरका में कौन-सा अम्ल होता है?
उत्तर : सिरका में ऐसीटिक अम्ल (CH₅COOH) होता है।

33. मधुमक्खी के डंक में कौन-सा अम्ल पाया जाता है?
उत्तर : मेथेनॉइक।

34. कौन-सा यौगिक क्लोरीन से अभिक्रिया करके विरंजक चूर्ण बनाता है?
उत्तर : बुझा चूना [(Ca(OH)₂]

35. बेकिंग सोडा की प्रकृति क्या है?
उत्तर : बेकिंग सोडा की प्रकृति क्षारकीय होती है।

36. कठोर जल को मृदु बनाने में किस सोडियम यौगिक का उपयोग किया
जाता है?
उत्तर : कठोर जल को मृदु बनाने में सोडियम कार्बोनेट का उपयोग किया
जाता है।

                                   3 अंक स्तरीय प्रश्न

1. आसवित जल विद्युत चालन क्यों नहीं होता जबकि वर्षा जल होता है?
                                                        [JAC 2010 (S),2012 (A)]
उत्तर : वर्षा जल में CO₂, SO₂ जैसी गैसें घुली होती हैं जो कार्बोनिक
अम्ल (H₂CO₃), सल्फ्यूरस अम्ल (H₂SO₃) आदि बनती है। इनका आयनों
में विच्छेदन होता है। इसीलिए वर्षा जल में विद्युत का चालन होता है। आसवित
जल में घुलनशील लवण या गैसें नहीं होती इसलिए इसका आयनीकरण नहीं
होता और इसमें विद्युत का चालन नहीं होता।

2. अम्ल को तनुकृत करते समय यह क्यों अनुशंसित करते हैं कि अम्ल को
जल में मिलाना चाहिए न कि जल को अम्ल में?           [JAC 2014(A)]
उत्तर : जल में अम्ल के घुलने की प्रक्रिया अत्यंत ऊष्माक्षेपी होती है।
इसलिए जल में किसी सांद्र अम्ल को सावधानीपूर्वक मिलाना चाहिए। अम्ल
और जल को धीरे-धीरे हिलाते रहना चाहिए। ऐसा न करने पर अम्ल में जल
मिलाने पर उत्पन्न ऊष्मा के कारण मिश्रण आस्फलित होकर बाहर आ सकता है।
इससे स्थानीय ताप बढ़ जाता है जिस कारण उपयोग किया जाने वाला काँच का
पात्र टूट भी सकता है।

3. जल की अनुपस्थिति में अम्ल का व्यवहार अम्लीय क्यों नहीं होता है?
                                                                     [JAC 2015 (A)]
उत्तर : जल की अनुपस्थिति में अम्ल आयनित होकर H⁺ आयन प्रदान
नहीं कर सकते हैं। अतः, ये अम्लीय गुण नहीं दर्शा सकते हैं। इनके अम्लीय
व्यवहार के लिए जल विलायक की उपस्थिति अनिवार्य है, क्योंकि वे जलीय
विलयन में ही आयनित होकर H⁺ आयन प्रदान करते हैं।

4. एक शीतल पेय का pH 4 है। नीले और लाल लिटमस विलयनों पर
उसकी क्या क्रिया होगी?                                 [JAC 2013 (A)]
उत्तर : शीतल पेय का pH का मान 4 है जो 7 से कम है।
∴   pH का मान 7 से कम है, अतः पेय अम्लीय है।
अतः यह नीले लिटमस को लाल बना देता है।

5. साबुन क्या है? साबुन के निर्माण के लिए आवश्यक कच्चे पदार्थों के
नाम लिखें।                                            [JAC 2009 (S)]
उत्तर : साबुन उच्च वसा अम्लों के सोडियम या पोटैशियम लवण है।
साबुन निर्माण के आवश्यक कच्चे पदार्थ- वसा, लवण, सोडियम
सल्फेट, तेल।

6. साबुन एवं अपमार्जक में दो अन्तर लिखिए। [JAC 2009 (A)]
उत्तर : साबुन एवं अपमार्जक में अन्तर-
 साबुन                                                       अपमार्जक
(i) साबुन कठोर जल के साथ झाग            (i) अपमार्जक कठोर जल में झाग
नहीं बनता है।                                              बना सकते हैं।
(ii) साबुन, वसीय अम्लों के                     (ii) अपमार्जक,दीर्घ श्रृंखला के
सोडियम लवण हैं। साबुनों में                          बेन्जीन सल्फोनिक अम्ल या
आयनिक ग्रुप COO- Na⁺ है।                        दीर्घ श्रृंखला के एल्काइल
                                                                  हाइड्रोजन सल्फेट व सोडियम
                                                                  लवण हैं। अपमार्जकों में
                                                                  आयनिक ग्रुप-SO₂⁻Na⁺ या
                                                                  -OSO₃Na⁺ हैं।

7. प्लास्टर ऑफ पेरिस किस प्रकार तैयार किया जाता है? इसके कोई दो
उपयोग बताएँ।                                                   [JAC 2016 (A)]
उत्तर : जिप्सम को 373°K तक गर्म करने पर प्लास्टर ऑफ पेरिस बनता है।

2[CaSO₄ . 2H₂O] ___ 373K→ (CaSO₄)₂ . H₂O +3H₂O↑
                                                प्लास्टर ऑफ पेरिस
उपयोग―(i) शल्य चिकित्सा में टूटी हुई हड्डियों को प्लास्टर करने में।
(ii) मूर्तियों के लिए साँचे बनाने में किया जाता है।

8. सोडियम हाइड्रोजन काबेनिट के विलयन को गर्म करने पर क्या होगा?
इस अभिक्रिया के लिए समीकरण लिखिए।            [JAC 2018 (A)]
उत्तर : सोडियम हाइड्रोजन कानिट गर्म करने पर सोडियम कार्बोनेट
कार्बन डाइऑक्साइड और जल में विघटित हो जाएगा।
2NaHCO₃          →     Na₂CO₃   +   CO₂     +     H₂O
सोडियम हाइड्रोजन          सोडियम         कार्बन            जल
     कार्बोनेट                     कार्बोनेट      डाइऑक्साइड

9. अम्ल एवं क्षारक के बीच की अभिक्रिया को उदासीनीकरण अभिक्रिया
करते हैं, क्यों? एक उदाहरण दें।                              [JAC 2017(A)]
उत्तर : अम्ल एवं क्षारक के बीच की अभिक्रिया से लवण तथा जल बनता
है अर्थात् दोनों एक-दूसरे को उदासीन कर देते हैं। इसलिए अम्ल एवं क्षारक के
बीच की अभिक्रिया को उदासीनीकरण अभिक्रिया कहते हैं।
उदाहरण : अभिक्रिया निम्न प्रकार होती है-
                        NaOH + HCl → NaCl + H₂O

10. एक ग्वाला ताजे दूध में थोड़ा बेकिंग सोडा मिलाता है।
(a) ताजा दूध के pH के मान को 6 से बदल कर थोड़ा क्षारीय क्यों बना
देता है?
(b) इस दूध को दही बनने में अधिक समय क्यों लगता है?
                                                                     [JAC 2011 (A)]
उत्तर : (a) ताजा दूध अम्लीय है और खट्टा होकर अधिक अम्लीय हो
जाता है। बेकिंग सोडा की उपस्थिति में दूध क्षारीय हो जाएगा और जल्दी से
खट्टा नहीं होगा क्योंकि क्षार दूध को शीघ्रता से अम्लीय बनने से रोक देगा।

(b) जब दूध दही में बदलता है तो लैक्टिक अम्ल बनने के कारण उसका
pH कम हो जाता है। क्षार की उपस्थिति इसे जल्दी से अधिक अम्लीय होने से
रोकती है इसलिए दूध को दही बनने में अधिक समय लगता है।

11. बेकिंग सोडा के दो उपयोग लिखिए।            [JAC 2017(A)]
उत्तर : (i) ताजे दूध को फटने से बचाने के लिए इसका उपयोग होता है।
(ii) केक (या फूलने वाले) भोज्य पदार्थ के निर्माण में इसका उपयोग होता है।

12: निम्नलिखित का सामान्य नाम क्या है?          [JAC 2019 (A)]
(a) Ca(OH)₂ (b) Na₂CO₃.10H₂O (c) NaHCO₃
उत्तर : (a) बुझा चूना (b) धोवन सोडा (c) खाने वाला सोडा

13. निम्नलिखित का रासायनिक सूत्र लिखिए- [JAC 2020 (A)]
(a) साधारण नमक (b) बुझा हुआ चूना (c) विरंजक चूर्ण
उत्तर : (a) NaCl (b) [(Ca(OH)₂] (c) CaOCl₂

14. जिप्सम क्या होता है? इसको 373 K ताप पर गर्म करने से क्या होता
है?                                                            [JAC 2019(A)]
उत्तर : कैल्सियम सल्फेट डाइहाइड्रेट को जिप्सम कहते हैं।
इसका सूत्र CaSO₄ . 2H₂O होता है।
जिप्सम को 373 K ताप पर गर्म करने से यह जल के 3/2 अणुओं का त्याग
कर प्लास्टर ऑफ पेरिस बनाता है।

CaSO₄ . 2H₂O____ताप→CaSO₄ . 1/2H₂O + 3/2H₂
                        373K         प्लास्टर ऑफ पेरिस

15. क्षार क्या है? क्या क्षारकीय विलयन में भी H⁺ (aq) आयन होते हैं?
अगर हाँ, तो यह क्षारकीय क्यों होते हैं?                  [JAC 2020 (A)]
उत्तर : क्षार वह पदार्थ है जो जल में घुलकर OH⁻ आयन देता है। यह
लाल लिटमस पत्र को नीला कर देता है।
क्षारकीय विलयन में H⁺ आयन होते हैं जो जल के विच्छेदन से आते हैं।
चूँकि इस विलयन में OH⁻ आयन की सांद्रता H⁺ आयन की सांद्रता से अधिक
होती है। अतः विलयन क्षारकीय अभिलक्षण प्रदर्शित करता है।

16. दो विलयनों A और B के pH मान क्रमशः 6 और 8 हैं। किस विलयन में
हाइड्रोजन आयन की सांद्रता अधिक है? इनकी अम्लीय एवं क्षारीय प्रकृति
क्या है?
उत्तर : विलयन A में हाइड्रोजन आयन की सांद्रता अधिक है।
विलयन A ― अम्लीय
विलयन B ― क्षारीय

17. अम्ल धातुओं के साथ किस प्रकार प्रतिक्रिया करते हैं?
उत्तर : अम्ल एवं धातु के बीच प्रतिक्रिया के परिणामस्वरूप हाइड्रोजन
गैस एवं लवण का निर्माण होता है।
अम्ल + धातु → लवण + हाइड्रोजन गैस
2HCl + Zn → ZnCl₂ + H₂
H₂SO₄ + Zn → ZnSO₄ + H₂

18. H⁺ आयन की सांद्रता का विलयन की प्रकृति पर क्या प्रभाव पड़ता है?
उत्तर : सभी जलीय विलयनों में H⁺ और OH⁻ आयन होते हैं। विलयन
में H' आयन का सांद्रण OH⁻ आयन के सांद्रण की अपेक्षा अधिक होने पर वह
अम्लीय होता है तथा कम होने पर क्षारीय होता है।

19. शुष्क (जल की अनुपस्थिति में) हाइड्रोजन क्लोराइड गैस लिटमस पत्र का
रंग क्यों नहीं बदलती है?
उत्तर : शुष्क हाइड्रोजन क्लोराइड गैस आयनित होकर हाइड्रोजन आयन
(H⁺) प्रदान नहीं कर सकती है। अतः, यह अम्लीय गुण नहीं दर्शा सकती है।
इस कारण से यह लिटमस पत्र के रंग को प्रभावित नहीं कर सकती है। इसके
अम्लीय गुण के लिए (जल) विलायक की उपस्थिति अनिवार्य है।

20. शुष्क हाइड्रोजन क्लोराइड गैस नीले लिटमस को लाल लिटमसमें
परिवर्तित नहीं करती जबकि हाइड्रोक्लोरिक अम्ल करता है। क्यों?
जल की अनुपस्थिति के कारण शुष्क हाइड्रोजन क्लोराइड (HCI) गैस H⁺ (aq)
उत्तर : अम्ल जल में घुलकर आयनों (धन एव ऋण) का निर्माण करता है।
आयन पृथक नहीं करता है जबकि हाइड्रोजन क्लोराइड अम्ल H⁺ (aq) आयर
प्रदान करता है जो नीले लिटमस को लाल कर देता है।

21. HCI, HNO₃ आदि जलीय विलयन में अम्लीय अभिलक्षण क्यों
प्रदर्शित करते हैं, जबकि एल्कोहल एवं ग्लूकोज जैसे यौगिकों के
विलयनों में अम्लीयता के अभिलक्षण नहीं प्रदर्शित करते हैं?
उत्तर : HCI, HNO₃ आदि जलीय विलयन में अम्लीय अभिलक्षण
प्रदर्शित करते हैं, क्योंकि ये जलीय विलयन में आयनीकरण करके H' आयन
उत्पन्न करते हैं जबकि एल्कोहल एवं ग्लूकोज आयनीकरण नहीं करते और विद्यु
H⁺ आयन को उत्पन्न नहीं करते। ये जलीय विलयन में विद्युत चालकता का गुण
प्रदर्शित नहीं करते। इसलिए ये अम्लीयता के अभिलक्षण प्रदर्शित नहीं करते हैं।

22. अम्ल का जलीय विलयन क्यों विद्युत का चालन करता है?
उत्तर : अम्ल जल में घुलकर आयनों (धन एवं ऋण) का निर्माण करता है।
इसलिए अम्ल का जलीय विलयन विद्युत का चालन करता है।
HCI → H⁺ + CI⁻
H₂SO₄ → 2H⁺ + SO₄²⁻

23. क्या क्षारकीय विलयन में H⁺ होते हैं? यदि हाँ, तो वे क्षारकीय क्यों
होते हैं?
उत्तर : सभी जलीय विलयनों में H⁺ एवं OH⁻ होते हैं। विलयन की
प्रकृति इन दोनों आयनों के सांद्रण पर निर्भर करती है। जब विलयन में H' और
OH⁻ आयनों का सांद्रण समान होता है, विलयन उदासीन होता है। अम्लीय
विलयन में H⁺ आयन का सांद्रण OH⁻ आयन के सांद्रण की अपेक्षा अधिक
होता है। क्षारीय विलयन में OH⁻ आयन का सांद्रण H⁺ आयन के सांद्रण की
अपेक्षा अधिक होता है।

24. ताजे दूध के pH का मान 6 होता है। दही बने जाने पर इसके pH के मान
में क्या परिवर्तन होगा? अपना उत्तर समझाइए।
उत्तर : किसी विलयन में उपस्थित हाइड्रोजन आयन की संख्या ज्ञात करने
वाले स्केल को pH स्केल कहते हैं। दही में लैक्टिक अम्ल होता है, अर्थात् जब
दूध से दही बन जाता है तो वह अधिक अम्लीय हो जाता है। इसलिए pH का मान
में 6 से कम हो जायेगा।

25. एक बेकर ने पाया कि उसके द्वारा बनाया गया केक कठोर और आकार
में छोटा है। वह कौन-सा संघटक डालना भूल गया है, जिससे केक फूला
हुआ बन सकता था?
उत्तर : बेकिंग पाउडर। बेकिंग पाउडर सोडा एवं एक मंद खाद्य अम्ल का
मिश्रण है। गर्म करने पर बेकिंग पाउडर अम्ल से प्रतिक्रिया कर CO₂ गैस प्रदान
करता है। CO₂ के कारण ही केक फूलता है और हल्का हो जाता है।

26. ऐल्कोहॉल एवं ग्लूकोस जैसे यौगिक जलीय विलयन में अम्लीय गुण क्यों
प्रदर्शित नहीं करते हैं?
उत्तर : हाइड्रोजन आयन (H⁺) की उपस्थिति में ही जलीय विलयन
अम्लीय गुण प्रदर्शित करते हैं। ऐल्कोहॉल एवं ग्लूकोस जैसे यौगिक जलीय
विलयन में आयनित होकर हाइड्रोजन आयन प्रदान नहीं करते हैं। यही कारण है
कि ऐल्कोहॉल एवं ग्लूकोस जैसे यौगिकों के जलीय विलयन अम्लीय गुण नहीं
दर्शाते हैं।

27. प्लास्टर ऑफ पेरिस को किस प्रकार बनाया जाता है?
उत्तर : जिप्सम को लोहे के बर्तन में 100°C तक गर्म करने पर प्लास्टर
ऑफ पेरिस बनता है।
CaSO₄ . 2H₂O ____गर्म→CaSO₄ . 1/2H₂O + 3/2H₂O

28 HCI, HNO₃ आदि जलीय विलयन में अम्लीय गुण क्यों प्रदर्शित करते हैं?
उत्तर : आरहेनियस के अनुसार अम्ल जलीय विलयन में आयनित होकर
H⁺ आयन देते हैं। चूंकि HCI, HNO₃ आदि जलीय विलयन में हाइड्रोजन
आयन (H⁺) प्रदान करते हैं, अतः ये जलीय विलयन में अम्लीय गुण प्रदर्शित
करते हैं।

29. दानेदार जिंक से तनु सल्फ्यूरिक अम्ल की चित्रानुसार क्रिया कराई गई
है। चित्र में [1], [2], [3] का नामांकन कीजिए और रासायनिक अभिक्रिया
का समीकरण लिखिए।

उत्तर : [1] साबुन का विलयन [2] H₂ [3] फट-फट,
रासायनिक अभिक्रिया-Zn + H₂SO₄ →ZnSO₄ + H₂

30. दिए गए चित्र में Na₂CO₃ के साथ तनु HCI अम्ल की अभिक्रिया को
दर्शाया गया है। [1] एवं [2] का नाम और रासायनिक अभिक्रिया का
समीकरण लिखिए।

उत्तर : [1] थिस्ल कीप [2] H₂ गैस
रासायनिक अभिक्रिया- zn + 2HCI → ZnCl₂ + H₂

31. ऐल्कोहॉल एवं ग्लूकोस जैसे यौगिक जलीय विलयन में अम्लीय गुण
क्यों प्रदर्शित नहीं करते हैं?
उत्तर : हाइड्रोजन आयन (H⁺) की उपस्थिति में ही जलीय विलयन
अम्लीय गुण प्रदर्शित करते हैं। ऐल्कोहॉल एवं ग्लूकोस जैसे यौगिक जलीय
विलयन में आयनित होकर हाइड्रोजन आयन प्रदान नहीं करते हैं। यही कारण है
कि ऐल्कोहॉल एवं ग्लूकोस जैसे यौगिकों के जलीय विलयन अम्लीय गुण नहीं
दर्शाते हैं।

32. धातु के साथ अम्ल की अभिक्रिया होने पर सामान्यतः कौन-सी गैस
निकलती है? एक उदाहरण देकर समझाएँ। इस गैस की उपस्थिति की
जाँच आप कैसे करेंगे?
उत्तर : धातुएँ अम्लों से अभिक्रिया कर सामान्यतः हाइड्रोजन गैस मुक्त
करती हैं।
Zn + 2HCI → ZnCl₂ + H₂
इस गैस के निकट एक जलती हुई संठी ले जाते हैं तो वह बुझ जाती है
तथा गैस पॉप की ध्वनि के साथ जल उठती है। इससे साबित होता है कि यह
गैस हाइड्रोजन है।

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