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 Jharkhand Board Class 10  Chemistry  Notes |  धातु एवं अधातु

  JAC Board Solution For Class 10TH (Science) Chemistry Chapter 3

                        
1. शुद्ध सोना कितने कैरेट का होता है?            [JAC 2009 (A)]
उत्तर: 24

2. एक ऐसी धातु का उदाहरण दें जो प्रकृति में स्वतंत्र अवस्था में पायी
जाती है।                                             [JAC 2009 (S)]
उत्तर : सोना एवं प्लैटिनम प्रकृति में स्वतंत्र अवस्था में पाए जाते हैं।

3. लेड एवं टिन की एक मिश्रधातु का नाम लिखें। [JAC 2010 (S)]
उत्तर : सोल्डर।

4. एक ऐसे धातु का नाम बताएँ जो कमरे के ताप पर द्रव होती है।
                                                               [JAC 2013 (A)]
उत्तर : पारा (Hg)

5. एक ऐसे अधातु का उदाहरण दें जो द्रव अवस्था में रहती है।
                                                         [JAC 2020 (A)]
उत्तर : ब्रोमीन (Br)

6. ताँबा एवं जस्ते की मिश्रधातु का नाम क्या है?
                                           [JAC 2010 (A), 2017(A)]
उत्तर : पीतल।

7. सोल्डर नामक मिश्रधातु के कौन-कौन से अवयव हैं? [JAC 2011 (A)]
उत्तर : लेड (Pb) + टिन (Sn)

8. एक ऐसी अधातु का नाम लिखिए जो गैसीय अवस्था में पायी जाती है।
                                                                         [JAC 2014(A)]
उत्तर : ऑक्सीजन।

9. ऐक्वारेजिया क्या है?                                      [JAC 2012 (A)]
उत्तर : ऐक्वारेजिया H₂SO₄ एवं HNO₃ का मिश्रण है।

10. इस्पात में कौन-सी अधातु उपस्थित रहती है? [JAC 2016(A)]
उत्तर : कार्बन।

11. ताँबा और टिन की मिश्रधातु का क्या नाम है? [JAC 2015 (A)]
उत्तर : काँसा।

12. लेड एवं टिन की एक मिश्रधातु का नाम लिखिए। [JAC 2019 (A))
उत्तर : सोल्डर (टाँका)।

13. उस धातु का नाम बताएँ जो विद्युत का कुचालक होता है।
उत्तर : लेड (Pb)

14. एक ऐसे धातु का नाम लिखें जिसे चाकू से आसानी से काटा जा सकता है।
उत्तर : सोडियम (Na)

15. एक ऐसे धातु का नाम लिखें जो विद्युत का सर्वोत्तम चालक है।
उत्तर : चाँदी (Ag)

16. एक ऐसे धातु का नाम बताएँ जो ऊष्मा की सबसे अच्छी चालक होती है।
उत्तर : चाँदी (Ag)

17. एक ऐसे धातु का नाम बताएँ जो ऊष्मा की कुचालक होती है।
उत्तर : लेड (Pb)

18. एक ऐसे धातु का उदाहरण दें जो विद्युत का कुचालक होता है।
उत्तर : लेड (Pb)

19. एक ऐसे धातु का नाम लिखें जो हथेली पर रखने से पिघलने लगती है।
उत्तर : सीजियम (Cs)

20. उस धातु का नाम बताएँ जिसे किरोसिन में डुबोकर रखा जाता है।
उत्तर : सोडियम (Na)

21. एक ऐसे अधातु का उदाहरण दें जो विद्युत का सुचालक होता है।
उत्तर : ग्रेफाइट (कार्बन का अपरूप)

22. एक ऐसे आधातु का उदाहरण दें जो अत्यंत कठोर है।
उत्तर : हीरा (कार्बन का अपरूप)

23. दो धातुओं के नाम बताएँ जिनका गलनांक अति निम्न होता है।
उत्तर : गैलियम तथा सीजियम।

24. दो ऐसी धातुओं के नाम बताएँ जो HNO₃ के साथ हाइड्रोजन गैस
बनाती है।
उत्तर : मैग्नीशियम (Mg) एवं मैंगनीज (Mn)

25. धातुओं में सर्वाधिक तन्य कौन होते हैं?
उत्तर : सोना एवं चाँदी सभी धातुओं से अधिक तन्य होते हैं।

26. सल्फाइड अयस्क का सांद्रण किस विधि द्वारा होता है?
उत्तर : फेन-प्लवन विधि द्वारा

27. लोहा का प्रमुख अयस्क क्या है?
उत्तर : लोहा का प्रमुख अयस्क हेमाटाइट (Fe₂O₃) हैं।

28. बॉक्साइट किस धातु का प्रमुख अयस्क है?
उत्तर : ऐलुमिनियम का

29. ऐलुमिनियम के एक अयस्क का नाम एवं सूत्र लिखें।
उत्तर : ऐलुमिनियम का प्रमुख अयस्क बॉक्साइट (AI₂O₃ . 2H₂O) है।

30. दो धातुओं के नाम बताएँ जो तनु अम्ल से हाइड्रोजन को विस्थापित नहीं
कर सकती हैं।
उत्तर : सोना और प्लैटिनम।

31. धातु को उसके ऑक्साइड से प्राप्त करने के लिए प्रयुक्त होनेवाली
कौन-सी प्रक्रिया है?
उत्तर: अपचयन।

32. अधातुएँ ऑक्सीजन से संयोग करके कैसा ऑक्साइड बनाती हैं?
उत्तर : अम्लीय ऑक्साइड।

33. पारा धातु के एक मुख्य अयस्क का नाम लिखें।
उत्तर : सिनेबार (Hgs)

34. काँसा के मुख्य अवयवों का नाम लिखिए।
उत्तर : ताँबा (Cu) एवं टिन (Sn)

35. सर्वाधिक कम क्रियाशील धातु को छाँटिए-
K, Zn, Ca, Au, Ag
उत्तर : Au (सोना)।

                               2 अंक स्तरीय प्रश्न

1. खनिज तथा अयस्क में क्या अन्तर है?      [JAC2016 (A)]
उत्तर : खनिज तथा अयस्क में अन्तर-
खनिज                                                अयस्क
(i) इन प्राकृतिक पदार्थों को जिनमें       (i) जिन खनिजों में से धातुएँ
धातुओं के यौगिक पाए जाते हैं,               लाभदायक तथा सुविधापूर्वक
खनिज कहते हैं।                                   ढंग से प्राप्त की जाती हैं, उन
                                                          खनिजों को अयस्क कहते हैं।
(ii) कुछ खनिजों में धातु की प्रतिशत    (ii) सभी अयस्कों में धातु की
मात्रा पर्याप्त होती है जबकि                      प्रतिशत मात्रा पर्याप्त होती है।
अन्य खनिजों में धातु की
प्रतिशत मात्रा बहुत कम होती है।

2. सोना एवं चाँदी का उपयोग आभूषण बनाने के लिए किया जाता है।
इसका कारण बताइए।                                    [JAC 2017(A)]
उत्तर : सोना, चाँदी और प्लैटिनम अत्यंत कम अभिक्रियाशील चमकीली
धातु है। सामान्य ताप पर वायु और जलवाष्प से इनका संक्षारण प्रायः नहीं होता
है। अतः, ये अपनी चमक बनाए रखते हैं और इसलिए आभूषण बनाने के लिए
उपयुक्त धातु हैं।

3. उभयधर्मी ऑक्साइड क्या होते हैं? दो उदाहरण दीजिए।
                                                          [JAC 2019(A)]
उत्तर: धातु के वैसे ऑक्साइड जो अम्ल एवं क्षार दोनों से अभिक्रिया कर
लवण तथा जल बनाते हैं उसे उभयधर्मी ऑक्साइड कहते है।
जैसे―AI₂O₃, ZnO इत्यादि।
Al₂O₃ की अभिक्रिया―
               Al₂O₃ +6HCl → 2AICI₃ + 3H₂O
               Al₂O₃ + 2NaOH → 2NaAIO₂ + H₂O

4. सोडियम को किरोसिन तेल में डुबोकर क्यों रखा जाता है?
                                                        [JAC 2020 (A)]
उत्तर : सोडियम सामान्य ताप पर नमी एवं हवा में उपस्थित ऑक्सीजन
के साथ तेजी से अभिक्रिया कर सोडियम ऑक्साइड बना देती है।
                       4Na + O₂ → 2Na₂O
सोडियम किरोसिन तेल में न तो घुलती है और न अभिक्रिया कर पाती है।
इसलिए इसे किरोसिन में डुबोकर रखा जाता है।

5. खनिज किसे कहते हैं? दो उदाहरण दें।
उत्तर : धातु या उसके यौगिकों से युक्त विशिष्ट रासायनिक रचना एवं
क्रिस्टलीय संरचना वाले वैसे प्राकृतिक पदार्थ जो पृथ्वी तल या उसके नीचे
खदानों में पाए जाते हैं, खनिज कहलाते हैं। इनमें बालू, मिट्टी एवं चट्टानों के
छोटे-छोटे टुकड़े अशुद्धि के रूप में वर्तमान रहते हैं। बॉक्साइट
(AI₂O₃ . 2H₂O), चीनी मिट्टी (AI₂O₃ . 2SiO₂ . 2H₂O), रॉकसाल्ट (NaCl)
आदि खनिज के उदाहरण हैं।

6. अयस्क किसे कहते हैं? दो उदाहरण दें।
उत्तर : वैसे खनिज जिनसे शुद्ध धातुओं को सुगमतापूर्वक एवं कम खर्च
में ही व्यापारिक मात्रा में प्राप्त किया जा सकता है, अयस्क कहलाते हैं। कुछ
प्रमुख अयस्क है-बॉक्साइट (AI₂O₃ . 2H₂O), चूना-पत्थर (CaCO₃) आदि।

7. किसी धातु M के वैद्युत अपघटनी परिष्करण में आप ऐनोड, कैथोड एवं
वैद्युत अपघट्य किसे बनाएँगे?
उत्तर : धातु M के वैद्युत अपघटनी शोधन में अशुद्ध धातु को ऐनोड,
शुद्ध धातु की प्लेट को कैथोड तथा धातु के किसी लवण के विलयन को वैद्युत
अपघट्य रूप में लेकर विद्युत अपघटन किया जाता है। इस विधि द्वारा
ऐलुमिनियम, कॉपर आदि का शोधन किया जाता है।

8. ताँबे के मलिन बरतन को नींबू या इमली के रस से क्यों साफ करते हैं?
उत्तर : ताँबे के बरतनों को आर्द्र वायु के संपर्क में छोड़ देने पर उसकी बाहरी
सतह पर हरे-नीले रंग की क्षारकीय कॉपर कार्बोनेट [CuCO₃ . Cu(OH)₂] की
एक परत बैठ जाती है। ताँबे के बरतन के ये लवण क्षारकीय होते हैं। अतः
अम्लयुक्त नींबू या इमली के रस इन्हें घुला लेते हैं। अंदर का शुद्ध ताँबा इन्हें
चमकीला बना देता है।

9. सोडियम, पोटैशियम और लीथियम को तेल के अंदर संग्रहित क्यों
किया जाता है?
उत्तर:-सोडियम, पोटैशियम और लीथियम अत्यंत अभिक्रियाशील
धातु हैं। ये नम वायु में उपचयित होकर अपनी चमक खो देते हैं। इनकी सतह
पर धातु ऑक्साइड का आवरण बनता है जो नमी सोखकर हाइड्रॉक्साइड में और
CO₂ सोखकर कार्बोनेट में परिवर्तित हो जाता है। इस प्रकार ये नष्ट हो सकते
हैं। साथ ही, ये वायु में आग भी पकड़ सकते हैं। इसी कारण इन्हें तेल में डुबोकर
रखा जाता है।

10. अत्यंत अभिक्रियाशील धातु होने के बावजूद ऐलुमिनियम का उपयोग
खाना बनानेवाले बरतन के निर्माण में किया जाता है, क्यों?
उत्तर : ऐलुमिनियम वायु में उपचयित होकर अपनी सतह पर ऑक्साइड
की एक परत बना लेता है। यह परत ऐलुमिनियम को आगे अभिक्रिया करने से
रोक देती है, अर्थात इसे संक्षारण से बचाती है। ऐनोडीकरण द्वारा ऑक्साइड की
परत को मोटा करके इसे संक्षारण से अधिक सुरक्षित एवं मजबूत बनाया जा
सकता है। अतः, ऐलुमिनियम से बने बरतनों के प्रयोग में कोई कठिनाई नहीं
होती है।

11. प्रायः आद्रे वायु में ताँबा (या पीतल) के बरतनों पर एक हरी-नीली परत
जम जाती है, क्यों?

उत्तर:  ताँबा पीतल का हो एक अवयव है। ताँबा या पीतल का बरतन
आर्द्र वायु से अभिक्रिया कर हरे-नीले रंग का क्षारकीय कॉपर कार्बोनेट
[CuCO₃ Cu(OH)₂] बनाते हैं जो उनकी सतह पर एक परत के रूप में जम
जाता है।
2Cu + H₂O + CO₂ + O₂ → CuCO₃ . Cu(OH)₂
                                                    हरा-नीला रंग
यही कारण है कि ताँबा या पीतल के बरतनों को आर्द्र वायु में कुछ दिन
छोड देने पर उसकी सतह पर हरी-नीली परत जम जाती है।

12. (i) इलेक्ट्रॉन के स्थानांतरण द्वारा Na₂O और MgO का निर्माण
दर्शाएँ।
(ii) इन यौगिकों में कौन-से आयन उपस्थित हैं?
उत्तर:

(ii) Na₂O में Na⁺ एवं O²⁻ आयन उपस्थित हैं।
MgO में Mg²⁺ एवं O²⁻ आयन उपस्थित हैं।

13. लोहे के एक चाकू को नीले कॉपर सल्फेट विलयन में डुबोने पर नीला
विलयन हलका हरा में बदल जाता है, क्यों?
उत्तर : लोहा ताँबा की अपेक्षा अधिक अभिक्रियाशील होता है। अतः,
लोहे के चाकू को नीले कॉपर सल्फेट विलयन में डालने पर आइरन(घ्घ) सल्फेट
बनता है तथा विलयन से ताँबा विस्थापित हो जाता है। आइरन(घ्घ) सल्फेट
(फेरस सल्फेट) बनने के कारण विलयन का नीला रंग हल्का हरा हो जाता है।
Fe(s) + CuSO₄(aq) → FeSO₄ (aq) + Cu(s)
                   नीला               हलका हरा

14. जिंक को आयरन (II) सल्फेट के विलयन में डालने से क्या होगा?
इसकी रासायनिक अभिक्रिया लिखिए।
उत्तर : जस्ता लोहा की अपेक्षा अधिक अभिक्रियाशील धातु है। अतः
जस्ता को आइरन (II) सल्फेट विलयन में डालने पर जिंक सल्फेट बनता है
तथा विलयन से लोहा विस्थापित हो जाता है। फलतः, विलयन का हरा रंग
विलुप्त हो जाता है।
          Zn(s) + FeSO₄(aq)→ ZnSO₄(aq) + Fe(s)
                              हरा                रंगहीन

15. लोहे पर जंग लगने की घटना किस प्रकार होती है?
उत्तर : लोहे का संक्षारण हवा एवं नमी की उपस्थिति में होता है। इससे
लोहे की सतह पर फेरिक ऑक्साइड (Fe₂O₃) एवं फेरिक हाइड्रॉक्साइड
[Fe(OH)₃] की भूरे रंग की ढीली परत बैठ जाती है। यह क्रिया लोहे में जंग
लगने की क्रिया है जो एक उपचयन अभिक्रिया है।
4Fe + 3O₂ + 3H₂O → Fe₂O₃ + 2Fe(OH)₃
लोहे पर जंग प्रधानतः जलयुक्त फेरिक ऑक्साइड (Fe₂O₃ . xH₂O)
बनने के कारण लगता है।

16. लोहे को जंग लगने से किस प्रकार बचाया जाता है?
उत्तर : लोहे को जंग लगने से बचाने के लिए,
(i) लोहे की सतह पर रंग या वार्निश चढ़ाया जाता है।
(ii) लोहा को तेल अथवा ग्रीज लगाकर रखना पड़ता है।
(iii) लौह धातु पर जस्ता धातु की परत बैठाई जाती है, जिसे जस्तीकरण
कहते हैं।

17. आयनिक यौगिकों का गलनांक उच्च क्यों होता है?
उत्तर : आयनिक यौगिक धन एवं ऋण आवेश युक्त आयनों से बने होते
हैं तथा ये आयन स्थिर वैद्युत आकर्षण बल द्वारा एक दूसरे से काफी मजबूती से
बंधे रहते हैं। इस आकर्षण बल को कम करने के लिए अत्यधिक ऊर्जा की
आवश्यकता होती है। यही कारण है कि आयनिक यौगिकों का गलनांक उच्च
होता है।

18. सक्रियता श्रेणी किसे कहते हैं? हाइड्रोजन एक अधातु है फिर भी उसे
सक्रियता श्रेणी में जगह दिया गया है, क्यों?
उत्तर : सक्रियता श्रेणी धातुओं की वह सूची है जिसमें धातुओं की
क्रियाशीलता को अवरोही क्रम में सजाया गया है। धातुओं की तरह हाइड्रोजन
भी इलेक्ट्रॉन का त्याग करता है तथा धनात्मक आयन बनाता है। इसलिए,
हाइड्रोजन की सक्रियता श्रेणी में जगह दी गयी है।

19. सक्रियता श्रेणी में नीचे आने वाली धातु-ताँबा का निष्कर्षण कैसे किया
जाता है?
उत्तर : सक्रियता श्रेणी में नीचे आने वाली धातु जैसे, ताँबा सल्फाइड के
रूप में भी पायी जाती हैं, जिन्हें सिफ उच्च ताप पर गर्म करके धातु प्राप्त किया
जाता है।
ताँबा- 2CuS + 3O₂ ___तापन→2Cu₂O + 2SO₂

2Cu₂S + Cu₂S ____तापन→ 6Cu + SO₂

20. धातु के निष्कर्षण प्रक्रम में कार्बोनेट एवं सल्फाइड अयस्क को
ऑक्साइड में परिवर्तित किया जाता है। कारण बताएँ।
उत्तर : सक्रियता श्रेणी के मध्य में स्थित धातुएँ (जैसे-Fe, Zn, Cu,
आदि) प्रकृति में प्रायः कार्बोनट या सल्फाइड के रूप में पाई जाती हैं। धातुओं
को उनके ऑक्साइड से प्राप्त करना उनके कार्बोनट या सल्फाइड से प्राप्त करने
की तुलना में अधिक आसान होता है। इसलिए अपचयन से पहले धातु के
कार्बोनेट या सल्फाइड को धातु ऑक्साइड में परिवर्तित करना आवश्यक है।

21. किसी धातु M के वैद्युत अपघटनी परिष्करण में आप ऐनोड, कैथोड एवं
वैद्युत अपघट्य किसे बनाएँगे?
उत्तर : धातु M के वैद्युत अपघटनी शोधन में अशुद्ध धातु को ऐनोड, शुद्ध
धातु की प्लेट को कैथोड तथा धातु के किसी लवण के विलयन को वैद्युत अपघट्य
रूप में लेकर विद्युत अपघटन किया जाता है। इस विधि द्वारा ऐलुमिनियम, कॉपर
आदि का शोधन किया जाता है।

22. ताँबा के एक अयस्क का नाम एवं सूत्र लिखिए। ताँबा धातु के निष्कर्षण
का समीकरण लिखिए।
उत्तर : अयस्क-कॉपर ग्लांस; सूत्र-Cu₂S
निष्कर्षण का समीकरण-
2Cu₂S + 3O₂→ 2Cu₂O + 2SO₂
2Cu₂O + Cu₂S → 6Cu + SO₂

23. मिश्रधातु किसे कहते हैं? दो मिश्रधातुओं के नाम एवं उपयोग लिखें।
उत्तर : दो या दो से अधिक धातुओं अथवा धातु एवं अधातु के समांग
मिश्रण को मिश्रधातु कहते हैं। दो मिश्रधातुएँ निम्नांकित हैं।
(i) पीतल―यह ताँबा (Cu) एवं जिंक (Zn) की मिश्रधातु है।
इससे घरेलू बरतन एवं यंत्रों के पास बनाए जाते हैं।

(ii) काँसा―यह ताँबा (Cu) एवं टिन (Sn) की मिश्रधातु है।
इससे घरेलू बरतन, मूर्तियाँ आदि बनाए जाते हैं।

24. ऐलुमिनियम अत्यंत अभिक्रियाशील धातु है, फिर भी इसका उपयोग
खाना बनाने वाले बरतन बनाने के लिए किया जाता है। कारण बताएँ।
उत्तर : ऐलुमिनियम ऊष्मा का अच्छा चालक है। इसका संक्षारण भी नहीं
के बराबर होता है। यह एक मजबूत और सस्ती धातु है। इसलिए इसका उपयोग
खाना बनाने वाले बर्तन बनाने में किया जाता है।

25. गर्म जल का टैंक बनाने में ताँबे का उपयोग होता है परंतु इस्पात का
नहीं। क्यों?
उत्तर : ताँबा जल के साथ किसी भी स्थिति में अभिक्रिया नहीं करती है।
लेकिन लोहा भाप के साथ अभिक्रिया कर ऑक्साइड एवं हाइड्रोजन गैस बनाती
है। इसलिए गर्म जल का टैंक बनाने में ताँबे का उपयोग होता है लेकिन लोहा
अर्थात् इस्पात का उपयोग नहीं किया जाता है।

26. निम्नांकित में विद्युत संयोजक एवं सहसंयोजक यौगिकों का चयन करें।
ग्लूकोस, पोटैशियम क्लोराइड, एथीन, सोडियम ब्रोमाइड
उत्तर : विद्युत संयोजक यौगिक―पोटैशियम क्लोराइड, सोडियम ब्रोमाइड
सहसंयोजक यौगिक―ग्लूकोस, एथीन

27. धातुएँ अम्ल के साथ किस प्रकार प्रतिक्रिया करती हैं?
उत्तर : धातुएँ अम्ल के साथ प्रतिक्रिया कर लवण तथा हाइड्रोजन गैस
बनाती हैं।
                Zn + H₂SO₄ → ZnSO₄ + H₂

28. दो धातुओं के नाम बताइए जो तनु अम्ल से हाइड्रोजन को विस्थापित
कर देंगे तथा दो धातुएँ जो ऐसा नहीं कर सकती हैं।
उत्तर : हाइड्रोजन को तनु अम्ल से विस्थापित करने वाली धातुएँ-
मैग्नीशियम, जिंका
हाइड्रोजन को तनु अम्ल से विस्थापित नहीं करने वाली धातुएँ-कॉपर,
सोना।

29. आयनिक यौगिकों के महत्त्वपूर्ण गुण बताइए।
उत्तर : (i) आयनिक यौगिक ठोस एवं कठोर होते हैं। (ii) आयनिक
यौगिकों के गलनांक एवं क्वथनांक काफी उच्च होते हैं। (iii) आयनिक यौगिक
जल में घुलनशील तथा किरोसीन, पेट्रोल में अघुलनशील है। (iv) आयनिक
यौगिकों का जलीय विलयन विद्युत का सुचालक होता है।

30. ऐनोडीकरण से आप क्या समझते हैं?
उत्तर : ऐलुमिनियम को वायु के संपर्क में लाने पर उसकी सतह पर
ऑक्साइड की एक पतली परत का निर्माण हो जाता है जो उसे संक्षारण से
बचाती है। ऑक्साइड की परत को मोटा करके इसे संक्षारण से अधिक सुरक्षित
किया जा सकता है। इसके लिए ऐलुमिनियम की एक साफ वस्तु को ऐनोड
बनाकर तनु सल्फ्यूरिक अम्ल का विद्युत अपघटन किया जाता है। ऐनोड पर
मुक्त ऑक्सीजन गैस ऐलुमिनियम के साथ अभिक्रिया करके इसकी सतह पर
ऑक्साइड की एक मोटी परत बनाती है। इस प्रक्रिया को ऐनोडीकरण कहते हैं।

31. दिल्ली के कुतुबमीनार के निकट स्थित 2000 वर्ष पुराना लौह-स्तंभ जंग
से मुक्त क्यों है? कोई दो कारण दें।
उत्तर : (i) यह लौह-स्तंभ पिटवाँ लोहा से बना है जो संक्षारणरोधी होता है।
(ii) उसकी बाहरी सतह पर लोहे के चुंबकीय ऑक्साइड की एक परत जमी है,
जो संक्षारण को रोकती है।

32. सोडियम परमाणु जल से तीव्रता से अभिक्रिया करता है, किंतु सोडियम
आयन नहीं। क्यों?
उत्तर : सोडियम अभिक्रियाशील होता है जबकि सोडियम आयन की
बाह्यतम कक्षा में अष्टकपूर्ण (2, 6, स्थायी संरचना) हो जाने के कारण यह
निष्क्रिय हो जाता है। इसी कारण से सोडियम जल के साथ तीव्रता से अभिक्रिया
करता है, किंतु सोडियम आयन नहीं।

33. निम्नांकित में विद्युत संयोजक एवं सहसंयोजक यौगिकों का चयन करें।
ग्लूकोस, पोटैशियम क्लोराइड, एथीन, सोडियम ब्रोमाइड
उत्तर : विद्युत संयोजक यौगिक-पोटैशियम क्लोराइड, सोडियम ब्रोमाइड।
सहसंयोजक यौगिक-ग्लूकोस, एथीन।

34. सोने से मिश्रधातु कैसे तैयार की जाती है?
उत्तर : शुद्ध सोना 24 कैरेट का होता है। यह मुलायम धातु है। इसमें चाँदी
या ताँबा मिलाकर मिश्रधातु तैयार की जाती है जो कठोर होती है। आमतौर पर
भारतवर्ष में आभूषण तैयार करने के काम आनेवाली सोने की मिश्रधातु 22-कैरेट
सोना होती है। 22-कैरेट सोना बनाने के लिए 22 भाग शुद्ध सोने में 2 भाग चाँदी
अथवा ताँबा मिलाकर मिश्रधातु तैयार की जाती है।

35. सोना, चाँदी और प्लैटिनम के आभूषण बनाए जाते हैं। कारण बताएँ।
उत्तर : सोना, चाँदी और प्लैटिनम अत्यंत कम अभिक्रियाशील चमकीली
धातु है। सामान्य ताप पर वायु और जलवाष्प से इनका संक्षारण प्रायः नहीं होता
है। अतः, ये अपनी चमक बनाए रखते हैं और इसलिए आभूषण बनाने के लिए
उपयुक्त धातु हैं।

                             5 अंक स्तरीय प्रश्न

1. (a) लौह-चूर्ण पर तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल डालने से क्या होता है।
(b) हाइड्रोजन सल्फाइड गैस का वायु में दहन होने से जल एवं
सल्फर डाइऑक्साइड बनता है। संतुलित रासायनिक समीकरण
दीजिए।
(c) बेकिंग सोडा का रासायनिक नाम क्या है?
(d) टमाटर में कौन-सा अम्ल उपस्थित रहता है?
(e) क्यों हाइड्रोजन आयन को H₃O⁺ के रूप में दर्शाया जाता है। 
                                                              [JAC 2012 (A)]
उत्तर : (a) Fe + 2HCl → FeCl₂ + H₂
लौह-चूर्ण पर तनु HCI डालने पर हाइड्रोजन गैस बनता है एवं लौह
क्लोराइड बनता है।
(b) 2H₂S + 3O₂ → 2H₂O + 2SO₂
(c) बेकिंग सोडा का रासायनिक नाम सोडियम बाइकार्बोनेट है।
(d) टमाटर में ऐसीटिक अम्ल (CH₅ COOH) होता है।
(e) आयनों की सांद्रता बढ़ाने पर उस विलयन का pH मान बढ़ता है।

2. भौतिक व रासायनिक गुणों के आधार पर धातु एवं अधातु में अंतर
स्पष्ट करें।
उत्तर : भौतिक गुणों के आधार पर धातु एवं अधातु में अंतर―
गुण                                  धातु                             अधातु
(i) चमक                    धात्विक चमक होती है।       चमक नहीं होती है। सिर्फ
                                                                       आयोडीन तथा कार्बन के एक
                                                                       अपरूप ग्रेफाइट में चमक
                                                                       होती है।
(ii) चालकता              ताप तथा विद्युत के             अधातु ताप एवं विद्युत के
                                 सुचालक होते हैं।                कुचालक होते हैं। सिर्फ
                                                                       ग्रेफाइट एवं हाइड्रोजन
                                                                       सुचालक होते हैं।
(iii) आवाज              पीटने पर आवाज होती         पीटने पर आवाज नहीं होती
                               है।                                     है।
(iv) भौतिक अवस्था    साधारण ताप पर ठोस         अधातु ठोस, द्रव एवं गैस
                                होते हैं। सिर्फ पारा धातु        तीनों अवस्था में रहते हैं।
                                द्रव होता है।

रासायनिक गुणों के आधार पर धातु एवं अधातु में अंतर―
गुण                           धातु                          अधातु
(i) तनु अम्लों से     धातु तनु अम्लों से            अधातु प्राय: तनु अम्लों से
प्रतिक्रिया              प्रतिक्रिया करके H₂ गैस    प्रतिक्रिया नहीं करते हैं।
                           मुक्त करते हैं।
                           Zn + H₂SO₄
                           → ZnSO₄ + H₂↑
(ii) जल के साथ    धातु जल से प्रतिक्रिया        अधातु जल से प्रतिक्रिया
प्रतिक्रिया               करते हैं                           नहीं करते हैं।
(iii) हाइड्रोजन से    Li, Na, Ca, Be आदि      अधातु हाइड्रोजन से संयोग
      प्रतिक्रिया          धातु हाइड्रोजन से संयोग    करके सहसंयोजी हाइड्राइड
                             करके आयनिक हाइड्राइड   बनाते हैं।
                             बनाते हैं। अन्य धातु            जैसे―NH₃, PH₃, H₂O,
                             हाइड्रोजन से प्रतिक्रिया        H₂S आदि।
                             नहीं करते हैं।
(iv) ऑक्सीकारक    धातु अवकारक होते हैं।       अधातु ऑक्सीकारक होते
अवकारक गुण                                                 हैं।

3. (a) एक ऐसी धातु का नाम लिखिए जो हथेली पर रखने से पिघलने
लगती है।
(b) दो उभयधर्मी ऑक्साइडों के नाम लिखिए।
(c) आयनिक यौगिक अवस्था में विद्युत का चालन नहीं करते हैं
परन्तु गलित अवस्था में या जलीय विलयन के रूप में विद्युत
का चालन करते हैं। इसके पीछे क्या वैज्ञानिक कारण है?
                                                               [JAC 2011 (A)]
उत्तर : (a) सिसियम (Cesium)

(b) एलुमिनियम ऑक्साइड (AI₂O₃), जिंक ऑक्साइड (ZnO)

(c) ठोस अवस्था में आयनिक यौगिकों के आयन निश्चित स्थानों पर बँधे
रहते हैं और ये एक स्थान से दूसरे स्थान में गमन नहीं कर सकते। अतः ठोस की
अवस्था में ये यौगिक विद्युत का चालक नहीं होते हैं। परन्तु पिघली हुई अवस्था
में या जलीय विलयन में इनके आयन मुकत रूप से एक स्थान से दूसरे स्थान में
गमन कर सकते हैं। अर्थात् इन अवस्थाओं में ये विद्युत के सुचालक हो जाते हैं।

4. धातुओं के किन्हीं तीन रासायनिक गुणों का उल्लेख करें।
उत्तर : धातु के रासायनिक गुण-
(i) ऑक्सीजन के साथ प्रतिक्रिया : सोडियम एवं पोटैशियम कमरे के
तापक्रम पर ही अपने ऑक्साइड बना लेते हैं।
4Na + O₂ → 2Na₂O
4K + O₂ → 2K₂O

(ii) जल के साथ प्रतिक्रिया : सोडियम, पोटैशियम तथा कैल्शियम
जल के साथ सामान्य तापक्रम पर ही जल के साथ प्रतिक्रिया करते हैं और
हाइड्रॉक्साइड तथा हाइड्रोजन गैस बनाते हैं।
2Na +2H₂O → 2NaOH + H₂↑
2K + 2H₂O → 2KOH + H₂↑
Ca + 2H₂O → Ca(OH)₂ + H₂↑

(iii) अम्ल के साथ प्रतिक्रिया : Na तनु HCI से प्रतिक्रिया करते हैं।
2Na +2HCI → 2NaCl + H2↑

5. अधातुओं के किन्हीं तीन रासायनिक गुणों का उल्लेख करें।
उत्तर : अधातुओं के रासायनिक गुण―
(i) ऑक्सीजन के साथ प्रतिक्रिया : अधातुएँ ऑक्सीजन के साथ संयोग
करके अम्लीय ऑक्साइड बनाते हैं जो जल में घुलकर अम्ल बनाते हैं। जैसे-
              C  + O₂ → CO₂

(ii) अम्लों के साथ प्रतिक्रिया : सल्फर सान्द्र नाइट्रिक अम्ल से
प्रतिक्रिया करके सल्फ्यूरिक अम्ल बनाता है।
          S + 6HNO₃ → H₂SO₄ +6NO₂ + 2H₂O

(iii) क्लोरीन के साथ प्रतिक्रिया : अधातु क्लोरीन के साथ प्रतिक्रिया
करके क्लोराइड बनाते हैं। जैसे-
                         P₄ +6Cl₂ → 4PCl₃
                         H₂ + Cl₂ → 2HCI

6. जस्ता के दो मुख्य अयस्कों के नाम लिखें। इनसे जस्ता के निष्कर्षण की
विधि का सिद्धांत बताएँ।
उत्तर : जस्ता के मुख्य दो अयस्क हैं―
(i) जिंक ब्लेंड (ZnS) और (ii) कैलामाइन (ZnCO₃)।
जस्ता के निष्कर्षण का सिद्धांत ―जस्ता के अयस्क को पहले सांद्रित
कर लिया जाता है। सांद्रित सल्फाइड अयस्क को वायु की उपस्थिति में जारित कर
उसे ऑक्साइड में परिवर्तित कर लिया जाता है। सांद्रित कार्बोनेट अयस्कों को वायु
की सीमित मात्रा में निस्तापित कर ऑक्साइड में परिवर्तित कर लिया जाता है।
2ZnS (s) + 3O₂ (g) ___Δ/जारण→ 2ZnO (s) + 2502(g)

ZnCO₃ (s) ____Δ/निस्तापन→ ZnO (s) + CO2(s)

जिंक ऑक्साइड को कार्बन के साथ उच्च ताप (1673K) पर गर्म करने पर
ऑक्साइड धातु में अपचयित हो जाता है।
ZnO (s) + C (s) ____Δ→ Zn (s) + CO(g)

7. दिए गए चित्र में धातुओं में चालक का गुण प्रकट करने के लिए किए
गए प्रयोग दिखाया गया है। [1], [2], [3], [4) एवं [5] का नामांकन
कीजिए।                                             [JAC 2009 (S)]

उत्तर : [1] धातु का छड़ 
[2] छड़ का खुला सिरा
[3] मोम
[4] पिन
[5] बर्नर

8. किसी धातु की तनु H SO अम्ल से क्रिया करायी जाती है। उत्सर्जित
गैस को चित्र में दिखाई विधि से एकत्र किया जाता है। निम्नलिखित के
उत्तर दीजिए―

(i) गैस का नाम बताइए।
(ii) गैस को एकत्र करने की विधि का नाम बताइए।
(iii) क्या गैस जल में विलेय है अथवा नहीं?
(iv) क्या गैस वायु से हल्की है अथवा भारी?
(v) गैस का रासायनिक सूत्र लिखें।                    [JAC 2010 (A)]
उत्तर : (i) H₂ गैस
(ii) अधोविस्थापन विधि
(iii) हाँ, विलेय
(iv) हल्की
(v) H₂

9. दिए गए चित्र में धातु की जल के भाप के साथ अभिक्रिया को दर्शाया
गया है। [1], [2], [3], [4] एवं [5] का नामांकन कीजिए।

उत्तर : [1] धातु 
[2] बर्नर
[3] नाद
[4] सेतु
[5] H₂ गैस

10. दिए गए चित्र में लवण के विलयन की चालकता का प्रयोग दिखाया
गया है। [1],[2], [3]. [4] एवं [5] का नामांकन कीजिए।    [JAC2019(A)]

उत्तर : [1] बल्ब
[2] स्विच
[3] ग्रेफाइट का छड़ 
[4] बीकर
[5] लवण का विलयन

11. दिए गए चित्र में ताँबे के विद्युत अपघटनी परिष्करण को दिखाया गया
है। [11.121. 131,14) एवं (5) का नामांकन कीजिए।
                                                     [JAC 2009 (A),2017(A)]
उत्तर : [1] कैथोड
[2] ऐनोड
[3] अम्लीय CuSO₄ विलयन 
[4] अपद्रव्य
[5] Cu²⁺

12.(a) थर्मिट अभिक्रिया का (i) रासायनिक समीकरण तथा (ii) एक
उपयोग लिखिए।
(b) संक्षारण के लिए आवश्यक शर्ते क्या हैं?    [JAC 2015 (A)]
उत्तर : (a) (i) जब आयरन (III) ऑक्साइड तथा ऐलुमिनियम पाउडर
(थर्माइट) के मिश्रण को आग लगायी जाती है तो एक बहुत प्रबल अभिक्रिया
प्रारंभ हो जाती है। इससे आयरन धातु तथा ऐलुमिनियम ऑक्साइड बनता है।
यह अभिक्रिया थर्मिट अभिक्रिया कहलाती है।
Fe₂O₃ + 2AI → 2Fe + AI₂O₃ + अत्यधिक ऊष्मा

(b) हवा में वर्तमान ऑक्सीजन, कार्बन डाइऑक्साइड, जलवाष्प,
सल्फर डाइऑक्साइड आदि की प्रतिक्रिया धातु की सतह पर होनेवाली
रासायनिक प्रतिक्रियाओं के कारण होनेवाले धातु के क्षरण की क्रिया को संक्षारण
कहते है।

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